देवेंद्र शर्मा...
राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मरीजों के साथ ही यहां मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। गुरुवार सुबह अलवर से जयपुर लाये गये एक कोरोना रोगी की सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। यह रोगी 85 वर्ष का था और लकवा तथा ब्रेन हेमरेज के कारण 2 दिन पहले 31 मार्च को ही अस्पताल में भर्ती हुआ था।
बताया जा रहा है कि इसमें कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर चिकित्सकों ने जांच की तो यह पॉजिटिव मिला। इसके बाद इसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था जहां आज इसकी मौत हो गई।
बता दें कि इससे पहले भीलवाड़ा में दो लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई है हालांकि चिकित्सा विभाग ने इन तीनों मौतों का कारण कोरोना नहीं होकर इनकी बीमारी को ही बताया है। इसके अलावा जयपुर में इटली से आए पर्यटक की कोरोना वायरस से मुक्त होने के बाद मौत हो चुकी है।
दिल्ली के निजामुदीन स्थित तब्लीग जमात सेन्टर (मरकज) में शामिल व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण पाए जाने पर राजस्थान पुलिस के डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य में आये तब्लीग जमात के सदस्यों एवं गत दिनों मरकज एवं उसके निकटवर्ती क्षेत्र में जाकर आये व्यक्तियों की जानकारी की गई है।
डीजीपी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि अब तक अन्य राज्यों के लगभग 350 एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों के 183 एवं 5 विदेशी (नेपाल) नागरिकों का राज्य के 13 जिलों में आना ज्ञात हुआ है। इनमें झुन्झुनू, बीकानेर, दौसा, अलवर, टोंक, श्रीगंगानगर, भरतपुर, करौली, जोधपुर शहर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, चूरु, जयपुर शहर शामिल है।
संभव है कि अन्य राज्यों से आने वाले तब्लीगी सदस्य दिल्ली के मरकज के सम्पर्क में आये होंगे इसलिए सावधानी बरतते हुए इन लोगों की स्क्रीनिंग कर मेडिकल आईसोलेशन एवं क्वारंटाइन की कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जिला मजिस्ट्रेट व जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार जयपुर के मालपुरा गेट इलाके में भी तबलीगी जमात इंडोनेशिया और मलेशिया से जमात में शामिल होकर आए करीब एक दर्जन लोगों की पहचान हुई है। वहीं इन लोगों की 14 फरवरी से 6 मार्च तक दिल्ली में रहने की बात का अनुमान लगाया जा रहा है फिलहाल अभी इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन प्रशासन इसकी जांच में जुट गया है। स्थानीय पुलिस ने इसकी पहचान करके इनके घर के बाहर 14 दिन का नोटिस चस्पा कर इन्हें घर में ही रहने की सलाह दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इलाके में पहचान के लिए अभियान चलाया था और उस दौरान 7 युवक सहित दो दंपति की पहचान हुई है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने बुधवार को राज्यों के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशों से वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी। उन्होंने कहा कि जमात में शामिल और अन्य के संपर्क में आये लोगों की युद्धस्तर पर पहचान की जाये। जमात में शामिल विदेशी नागरिकों ने वीजा शर्तों का भी उल्लंघन किया है।
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