देवेंद्र शर्मा...
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले से एक दुखद खबर निकल कर आई है। जहां पर कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के बीच कोरोना पॉजिटिव नीलगंगा थाना प्रभारी यशवंत पाल की मौत हो गई। यशवंत पाल अंबर कॉलोनी कंटेनमेंट इलाके में ड्यूटी के दौरान कोरोना 'कोविड-19' वायरस की चपेट में आये थे।
यशवंत पाल का इलाज इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में जारी था लेकिन अलसुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। नीलगंगा थाना प्रभारी यशवंत पाल पिछले 12 दिनों से अरविंदो हॉस्पिटल में भर्ती थे।
इस संदर्भ में हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी ने बताया कि यशवंत पाल जब से आए थे तभी से क्रिटिकल स्थिति में थे, उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव ही रही। मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उनकी मौत हो गई। एडिशनल एसपी उज्जैन रूपेश कुमार द्विवेदी ने इस बात की पुष्टि की है।
बता दें कि नीलगंगा थाना प्रभारी यशवंत पाल के निधन पर मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोविड-19 से लड़ते हुए कर्तव्य की बलिवेदी पर प्राण त्याग देने वाले उज्जैन नीलगंगा के थाना प्रभारी स्व. यशवंत पाल जी को विनम्र श्रद्धांजलि! ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें। हम सब उनके परिवार के साथ हैं।' तो वहीं उन्होंने परिवार को 50 लाख और बेटी को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
दूसरे ट्वीट में लिखा, 'दुख की इस घड़ी में दिवंगत यशवंत पाल जी के परिवार के साथ मैं वे पूरा प्रदेश खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपए, असाधारण पेंशन, बेटी फाल्गुनी को उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति व स्व. पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जायेगा।'
बता दें कि नीलगंगा थाना प्रभारी यशवंत पाल के निधन पर मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोविड-19 से लड़ते हुए कर्तव्य की बलिवेदी पर प्राण त्याग देने वाले उज्जैन नीलगंगा के थाना प्रभारी स्व. यशवंत पाल जी को विनम्र श्रद्धांजलि! ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें। हम सब उनके परिवार के साथ हैं।' तो वहीं उन्होंने परिवार को 50 लाख और बेटी को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
दूसरे ट्वीट में लिखा, 'दुख की इस घड़ी में दिवंगत यशवंत पाल जी के परिवार के साथ मैं वे पूरा प्रदेश खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपए, असाधारण पेंशन, बेटी फाल्गुनी को उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति व स्व. पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जायेगा।'
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