राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति को स्पष्ट करते हुए केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने अपने राजनैतिक जीवन में पहले ऐसा कभी नहीं देखा कि गृह मंत्रालय द्वारा लिखित में आदेश के बजाय बरबली आदेश दिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि सुबह कुछ और राज्यों को कोविड-19 से निपटने के लिए निर्देश आते है और शाम को कुछ और यह कन्फ्यूजन की स्थिति राज्य सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रबंधन में रूकावट डालती है।
गहलोत ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए भीलवाड़ा मॉडल के श्रेय पर केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय पर डालते हुए कहा कि हमने तो नहीं कहा पर केंद्र सरकार के मंत्रालय द्वारा कहा गया है वो सही भी है क्योंकि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार ने वहां के प्रशासन और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा की जा रही जांच की मेहनत का फल था। उन्होंने रामगंज के पूछे गए सवाल पर स्पष्ट कहा कि रामगंज की स्थिति भीलावड़ा से अलग है फिर भी रामगंज में स्थिति काबू में है और लॉकडाउन के साथ कर्फ्यू लगा हुआ है।
जब उनसे मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू करने पर प्रश्न पूछा तो कहा कि मॉडिफाइड लॉकडाउन भी हमने उन क्षेत्रों में लागू किया है जिनकी गाइड लाइन भारत सरकार के द्वारा दी गई है पर 4 हजार से ज्यादा दुकानें खुली है जिनमें काफी बड़ी तादाद में श्रमिकों को काम दिया गया है मास्क, डिस्टेसिंग पहनने की सशर्त मंजूरी है। उनसे जब 3 तारीख को लॉकडाउन हटाने के लिए पूछा तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से वीसी के बाद ही खुलासा होगा क्योंकि लॉकडाउन केन्द्र सरकार ने घोषित किया था वहीं गहलोत यह भी कहना नहीं भूले की लॉकडाउन लगाना तो आसान है पर कोविड19 की महामारी को देखते हुए हटाना बड़ी मुश्किल है क्योंकि राज्यों में अलग स्थिति और राज्यों से जिलों में अलग स्थिति है ऐसे में इसे चुनौती स्वीकार करनी चाहिए क्योंंकि केन्द्र सरकार ने अभी आवागमन के किसी भी साधन को मंजूरी नहीं दी है।
सीएम गहलोत ने लॉकडाउन लगे रहने की बात पर कहा कि अर्थव्यवस्था राज्यों की चौपट हो गई है इसमें केन्द्र सरकार को राज्यों का मिलकर सहयोग करना चाहिए और कहा कि करीब एक महीने के लॉकडाउन में सभी वर्ग दुखी हैं पर चरणबद्ध तरीके से काम करने की जरूरत है उन्होंने कहा कि लोग राज्य सरकार पर कोरोना संक्रमण की मॉनिटरिंग और प्रबंधन पर कुछ राजनैतिक लोग अफवाहें फैलाने का काम कर रहे हैं। उनसे मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि मानव जाति की दुश्मन बीमारी के दौर में कम से कम सरकार का साथ नहीं दे सकते तो अफवाहें तो ना फैलायें।
जब उनसे कहा गया कि आप अपने इतने बड़े राजनैतिक जीवन में इस महामारी को चैलेंज को कैसे देखते हैं इस पर उन्होंने कहा, चैलेज स्वीकार करता हूं और इसे अवसर में बदलने की प्लानिंग पर काम करता हूं इसलिए केन्द्र सरकार ने सांसद निधि को लैप्स किया है और इमने हमारे सभी विधायकों की निधि को राज्य के सभी जिलों पर मेडिकल उपकरण सुविधाएं, डिस्पेसरियों में चिकित्सा व्यवसथा बढ़ाने के काम काम में लेने की नीति घोषित की है।
सीएम गहलोत ने राजस्थान में कोविड-19 संक्रमितों के प्रयासों के बारे कहा कि हमने सभी जिला कलेक्टरों, धर्म गुरूओं, सर्वमान्य व्यक्तित्वों और विधायकों को जिम्मेदारी दी थी कि बैठकर बात करें जो हमारा प्लान सफल रहा।
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