बता दें कि अन्तर्राज्यीय संगठित अपराध गिरोह के दोनों कुख्यात बदमाशों पर 90-90 हजार रुपए का इनाम घोषित है। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 तमंचे और करीब 24 कारतूस बरामद किए हैं। डकैत मुकेश गैंग के शार्प शूटर अजीत और सक्रिय सदस्य रविन्द्र उर्फ मोनी जाट के पकड़े जाने की सूचना मिलने के बाद आईजी भरतपुर प्रसन्न कुमार खमेसरा ने धौलपुर पहुंचकर प्रेसवार्ता की और एसपी केसर सिंह शेखावत के नेतृत्व में करीब 7 महीने में 43 बदमाशों के पकड़े जाने को लेकर तारीफ की।
आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि एसपी केसर सिंह शेखावत के नेतृत्व में गैंगस्टर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन ‘क्लीन स्वीप’ के अन्तर्गत कई दिनों से जिला पुलिस, डीएसटी, कमाण्डो टीम आदि को शामिल करते हुए डकैत मुकेश गैंग के समस्त सदस्यों के सम्बन्ध में आसूचना संकलित कर धर-पकड़ की एक सुनियोजित रणनीति तैयार की गई।
इस गैंग का पूरा डाटाबेस तैयार कर इस गैंग के समस्त ठिकाने, सहयोगी, शरण स्थल और शरणदाता चिन्हित किए गए। साइबर सेल एवं मुखबिरों के माध्यम से महत्वपूर्ण आसूचना संकलित कर आकस्मिक रूप से इनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ समुचित समन्वय स्थापित कर सतत रूप से इनकी गिरोह के सदस्यों की धर-पकड़ के लिए जहां-जहां इनके मिलने की सम्भावना थी, ऐसे दुर्गम बीहड, गांव, चम्बल व डांग इलाकों में सघन कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया गया। इस अभियान के अन्तर्गत ये दोनों अपराधी सिपाहियों द्वारा दबोचे गए। फिलहाल इन दोनों बदमाशों से पुलिस की पूछताछ जारी है।
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